तेरे मेरे रिश्ते अटी पे रहा जयेगे इतनी सी बात तने नहीं मानी गुरू...... तेरे मेरे रिश्ते अटी पे रहा जयेगे इतनी सी बात तने नहीं मानी गुरू......
भावनाओं से नहीं भावनाओं से नहीं
ऐ ख़ुदा तुने भी क्या खूब बनाया ! ऐ ख़ुदा तुने भी क्या खूब बनाया !
तब भी एक खत अधूरा था मेरे सिरहाने पर, जिस खत में था मेरा प्यार तेरे लिए। तब भी एक खत अधूरा था मेरे सिरहाने पर, जिस खत में था मेरा प्यार तेरे लिए।
कोई तो गले से लगाकर कहे कि आओ साथ बैठें। कोई तो गले से लगाकर कहे कि आओ साथ बैठें।
अपनी ही पसंद का है एक महल बनाया उसको बड़े ही चाव से मैंने सजाया अपनी ही पसंद का है एक महल बनाया उसको बड़े ही चाव से मैंने सजाया